Thursday, May 7, 2020

Weight loss tips | वजन घटाने के तरीके

Weight loss tips

नमस्कार दोस्तों, आजकल वजन बढ़ना एक आम बात बन गई है| और प्रत्येक व्यक्ति यही चाहता है की उसका वजन सामान्य रहे और सुन्दर दिखे लेकिन भारी वजन और तुद वाला शरीर उसके आकर्षण को समाप्त कर देता है | वजन बढ़ने से शरीर में विभिन्न तरह की बीमारियाँ उत्पन्न होती है, जैसे- दमा, जोड़ो का दर्द, आदि|
एक सुडौल शरीर पाने के लिए व्यायाम जितना आवश्यक होता है उतना ही व्यक्ति की अच्छी खानपान होनी चाहिए|
          अपना  वजन कम करने और स्वस्थ जिंदगी जीने के लिए हमारा पोस्ट पूरा पढ़े और अपने दोस्तों को भी शेयर करे|

वजन घटाने के तरीके

1. टहलना (Walking)- वजन कम करने और स्वस्थ रहने के लिए प्रातः काल शुद्ध वातावरण में 1 किलोमीटर टहलना चाहिए| टहलने से शरीर में एक नई उर्जा का संचार होता है तथा मानसिक स्वास्थ भी सुदृढ़ होता है|
Weight loss tips 

2.  व्यायाम (Exercise)- हमें वजन कम करने के लिए प्रतिदिन सुबह या शाम को निश्चित रूप से 30 मिनट से 50 मिनट तक अवश्य व्यायाम करना चाहिए| व्यायाम करने से कभी भी रक्त चाप की बिमारी नहीं होती है|
Weight loss tips 

3. साइकिल चलना (Cycling)- जी हाँ, साइकिल चलाकर भी आप अपना वजन कम कर सकते है| लेकिन साइकिल हमेशा सुबह में ही चलाये और कम से कम 2 किलोमीटर अवश्य चलाये|
Weight loss tips 

वजन घटाने के लिए डाइट चार्ट -


1. हरी सब्जियों का सेवन करे- जी हाँ, वजन कम करने के लिए हमें हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए क्योकि हरी सब्जियों में जरूरी विटामिन्स पाये जाते है जो बिना फैट बढ़ाये हमारे शरीर को उर्जा और शक्ति प्रदान करते है|

2. सुबह खाली पेट गर्म पानी में निम्बू का रस मिलकर पिये|


3. संतुलित आहार ले- संतुलित आहार लेने से वजन तो समान्य रहता ही है लेकिन साथ ही साथ हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ता है और शरीर के सभी रोग धीरे-धीरे समाप्त हो जाते है|
Healthy Diet

4. ज्यादा पानी पिते रहे- आपने तो सुना ही होगा 'जल ही जीवन है' पानी हमारे शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालता है और हमारी त्वचा को सुन्दर बनता है| रोज 3-4 लीटर पानी पीना चाहिए|


वजन घटाने के लिए क्या ना खाएं

वजन घटाने के लिए हमें फ़ास्ट फ़ूड नही खाना चाहिए क्योकि इसमे वसा की मात्रा अधिक होता है जो चर्बी बढ़ता है| आपको बाहरी की तली-भूनी खाद्य पदार्थो से परहेज करना चाहिए और घर पर भी ज्यादे तेल में बने भोजन नही करना चाहिए|

प्रिय दोस्तों यदि Weight loss tips ( वजन घटाने के तरीके ) आपको पसंद आया हो तो हमें फॉलो करे और sunileducation1.blogspot.com पर visit करते रहे|

आपका दिन शुभ हो|

धन्यवाद

Tuesday, May 5, 2020

Interrogative, imperative or exclamatory worksheets


Sentence

Interrogative sentence- Interrogative sentence denotes to ask a question.

प्रश्नवाचक वाक्यों से प्रश्न पूछने का बोध होता है|

Example-       Is this a table?
  Are you playing?

Sentence

Imperative sentence- Imperative sentence denotes to advise, order, request, or propose.

आज्ञासूचक वाक्यों से सलाह, आदेश, प्रार्थना या प्रस्ताव करने का बोध होता है|

Example-        Help the needy. (Advice)
                       Stand up. (Order)
             Please give me a pen. (Request)
   Let’s go to play cricket. (Proposal

Sentence

Exclamatory sentence- Exclamatory sentence denotes surprise, joy, grief, fear, compassion, hatred etc.

आश्चर्यबोधक वाक्यों से आश्चर्य, हर्ष, शोक, भय, करुणा, घृणा आदि का बोध होता है|

Example-        What a beautiful girl she is!
                        How pleasant the rain is!
                        Alas! I am ruined.
                        Bravo!
    Hurrah!

Sentence

Optative sentence- Optative sentence denotes to bless, curse or desire.

 इच्छाबोधक से आशीर्वाद,अभिशाप या कमाना(इच्छा) का बोध होता है|

Example-       May you live long!
  May you go to hell!


प्रिय मित्रो इसके बाद आप सीखेंगे Parts of Sentence, तो इसके लिए इस blog पर visit करते रहे|

Friday, April 24, 2020

Sentence | वाक्य


SENTENCE       [वाक्य]

Definition: A sentence is a group of words which makes a complete sense.
Or
The group of words which make a complete sense is called ‘Sentence.’

परिभाषा : शब्द या शब्दों का ऐसा समूह जिससे पूर्ण भाव व्यक्त होता है उसे ‘वाक्य’ कहते है|

Assertive sentence
Sentence

Types of Sentence: There are five types of sentence-

i) Assertive Sentence – कथनात्मक वाक्य
ii) Interrogative Sentence – प्रश्नवाचक वाक्य
iii) Imperative Sentence – आज्ञा-प्रर्थानावाची वाक्य
iv) Exclamatory Sentence – आश्चर्यबोधक वाक्य
v) Optative Sentence – इच्छाबोधक वाक्य

i) Assertive Sentence – Assertive sentence denotes true or false statements.

कथनात्मक वाक्य से सत्य या असत्य कथन का बोध होता है|

Example: He goes to play.
                   You don’t know how to swim.

Thus, an assertive sentence has two types –

a) Affirmative Sentence - स्वीकारात्मक वाक्य
b) Negative Sentence – नकारात्मक वाक्य

Definition - a) Affirmative sentence denotes true statements.

Example- I write a letter.

b) A negative sentence denotes false statements.

Example- I don’t write a letter.

नोट: Interrogative, Imperative, Exclamatory और Optative Sentence के बारे में आपको जल्द ही जानकारी दिया जाएगा|


हमारा लेख आपको कैसा लगा हमें comment करके अवश्य बताये|
आप हमें अपना सुझाव दे सकते है|

Thank you.                                                                                     



Wednesday, April 22, 2020

सनातन संस्कृति 'यज्ञ'

यज्ञ

यज्ञ वैदिक संस्कृति का प्राण तत्व है| इसे अग्निहोत्र, हवन और देवयज्ञ इन नामों से भी जाना जाता है| हमारे धार्मिक ग्रन्थ में जो सोलह संस्कार वर्णित किये गये है, यह यज्ञ हर संस्कार की आत्मा है| बिना यज्ञ के कोई भी संस्कार सम्पन्न नही होता | निःस्वार्थ  भावना और परोपकार की दृष्टि से किये जाने वाले कर्मो को भी यज्ञ कहा गया है|
 वैदिक चिंतन परम्परा में यज्ञ का आध्यात्मिक एवं वैज्ञानिक दोनों प्रकार से महत्व वर्णित है| यज्ञ में उच्चारित वेड मंत्रों की ध्वनियों से मनुष्य के मानस पटल पर श्रेष्ट प्रवृतियों का समावेश होता है | यज्ञ की प्रत्येक आहुति के अंत में 'स्वाहा' एवं 'इद न मम' का उच्चारण मनुष्य के मानस पटल पर व्याप्त स्वार्थ की तामसिक परत को भी क्षीण करता है| यज्ञ मनुष्य में परोपकार एवं कल्याण की भावना को जागृत करता है| 


यज्ञ ही प्रकृत के सभी स्थूल तत्वों में शक्ति एवं सुगंध भरता है| पृथ्वी, जल, अग्नी, वायु, आकाश इन पाँच महाभूतों के सूक्ष्म अंशो में मनुष्य का शरीर बनता है| अग्निहोत्र जीवन के आधार इन पाँच तत्वों को शुद्ध एवं पुष्टि प्रदान करता है| यज्ञ की सुगन्धित अग्नि हमारी प्राणशक्ति को सशक्त बनाती है| स्थूल पदार्थ जब अग्नि में पड़कर सूक्ष्म हो जाते है तब उनका प्रभाव का क्षेत्र विस्तृत एवं उनकी शक्ति बढ़ जाती है|


अग्निहोत्र समस्त पदार्थो की सुगंधी को सम्पूर्ण वातावरण में फैला देता है जिससे वायुमंडल में व्याप्त कीटाणु भी नष्ट हो जाते है| यज्ञ सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड का शुद्ध करने की हमारे ऋषियों द्वरा अनुसंधान की गई पूर्णरूपेण वैज्ञानिक विधि है| 


हमारे शास्त्रों में अग्नि को सभी देवताओं का मुख कहा गया है| अर्थात इसी यज्ञ के माध्यम से समर्पित की गई आहुति समस्त देवताओ को प्राप्त होती है| पवित्र भावना से लिया गया यज्ञ मनुष्य के अध्यात्मिक एवं भौतिक सुख को प्राप्त करवाता है| यज्ञ की सुगंध से हमारे आतंरिक और बाहरी वातावरण में पवित्रता का संचार होता है| 

यदि हमारा लेख आपको पसंद आया हो तो कृपया कमेंट और शेयर अवश्य करे|   





Friday, June 28, 2019

Bachcho ko yah shiksha jaroor de | बच्चों को यह शिक्षा जरूर दे



हेलो दोस्तों सभी व्यक्ति यही चाहते है कि उनका बेटा पढ़-लिखकर नेक, माता-पिता की सेवा करने वाला तथा महान बने| आज मै आपको बताऊंगा की हमें अपने बच्चो को कैसी शिक्षा देनी चाहिए|

Education


तो देर न करते हुए चलिए जानते है|

1. महापुरुषों के बारे में बताना – जब बच्चा छोटा होता है तो अधिकांश माता-पिता अपने बच्चो को यह कहकर घर रखते है कि बेटा वहाँ मत जाना, भूत है| वह बच्चा कभी भूत देखा नही होता है शायद इसलिए डर जाता है और उस जगह पर जाने से डरता है|

हम अपने बच्चो को यह भी सिखाते है कि जहाँ झगडा हो वहाँ से दूर रहे| शायद यह कहाँ सही हो सकता है लेकिन इससे बच्चों के ऊपर एक नकारात्मक प्रभाव पड़ता है| जरा सोचिये कि यदि इंसान यह मानते रहता की शनि ग्रह बहुत खतरनाक है, मंगल से बैर नही करते, चाँद को गुस्सा नही दिलाते तो आज इंसान वहाँ नहीं जा पाता और न ही उनके रहस्यों को समझ पाता|
 वैसे ही झगड़े भी कई प्रकार के होते है – पारिवारिक झगड़ा, सामाजिक झगड़ा, व्यक्तिगत झगड़ा, राजनितिक झगड़ा, सीमावर्ती झगड़ा आदि|
पारिवारिक झगड़ा – वह झगड़ा जो किसी एक ही परिवार के सदस्यों के बीच हो उसे पारिवारिक झगड़ा कहते है| यह झगड़ा भूमि, भोजन, अर्थ या किसी छोटे कारण से भी हो सकता है |
सामाजिक झगड़ा - वह झगड़ा जो एक या अनेक समुदाय के सदस्यों के बीच हो उसे सामाजिक झगड़ा कहते है| यह झगड़ा धर्म, जाति, विशेष भूमि के सामाजिक बटवारे के कारण भी हो सकता है|
व्यक्तिगत झगड़ा - वह झगड़ा जो एक या दो सदस्यों के बीच हो उसे व्यक्तिगत झगड़ा कहते है|
यह झगड़ा पति-पत्नी के बीच, प्रेमी-प्रेमिका के बीच होता है|
राजनितिक झगड़ा - वह झगड़ा जो राजनितिक पार्टियों के बीच या राजनितिक कार्यकर्ताओं के बीच हो उसे राजनितिक झगड़ा कहते है|
सीमावर्ती झगड़ा - वह झगड़ा जो दो देशे के बीच भूमि सीमांकन के लिए हो उसे सीमावर्ती झगड़ा कहते है|
यदि बच्चा इन झगड़ो को नही समझेगा तो क्या वह इसका निदान निकाल पायेगा और कैसे वह पुलिस या नेता बनकर इस झगड़ा रुपी प्रदुषण को समझेगा और इसे दूर करेगा|
हमें बच्चो को डराने के बजाय महापुरुषों के बारे में बताकर उन्हें उत्साहित करना चाहिए|

2. संस्कार देना – हमें अपने बच्चो को माता-पिता, अपने से बड़ो, व गुरुजनों का सम्मान व आदर करने के लिए बताना चाहिए|

3. कर्म को पहचानना – हमें अपने बच्चों को यह बताना चाहिए की कर्म वह वस्तु होती है जिससे भाग्य बदला जा सकता है लेकिन साथ ही साथ ईश्वर के प्रति विश्वास बनाने की प्रेरणा देनी चाहिए|

अंततः हम यही कहना चाहते है कि हम सभी को उपरोक्त कथनों पर ध्यान देना चाहिए और अपने बच्चो को सही मार्ग दिखाना चाहिए क्योकि वे देश के और आपके उज्जवल भविष्य है|
आशा करता हूँ की यह लेख आपको पसंद आया हो| कृपया, अपना कीमती सुझाव हमें कंमेंट करे और इस पोस्ट को ज्यादे से ज्यादे शेयर करें|

धन्यवाद